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सिविल इंजीनियरिंग विभाग, बीआईटी सिंदरी द्वारा 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्लेटिनम जुबली व्याख्यान श्रृंखला

सिविल इंजीनियरिंग विभाग, बीआईटी सिंदरी द्वारा 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्लेटिनम जुबली व्याख्यान श्रृंखला


रवि फिलिप्स (ब्यूरो चीफ धनबाद) भानुमित्र न्यूज़🖊️
सिंदरी: सिविल इंजीनियर विभाग बी०आई०टी० सिंदरी द्वारा राजेंद्र प्रसाद हॉल में 75 वें वर्षगाँठ के अवसर पर प्लैटिनम जुबली लेक्चर सीरीज के द्वितीय लेक्चर का आयोजन दिनांक 12/01/2024 को किया गया। आयोजन के मुख्य अतिथि जितेन्द्र तिवारी,शिक्षाविद्, मेड इजी एवं डॉ. राजेश कुमार, प्राध्यापक, असैनिक अभियंत्रण विभाग, आईआईटी (बीएचयू) वाराणसी श्रोतागणों के साथ ऑनलाइन माध्यम से जुड़े। आयोजन का विषय "वर्तमान परिदृश्य में चुनौतियाँ और कैरियर के अवसर" रहा। कार्यक्रम की शुरुआत सिविल इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.जीतू कुजूर ने अपने अपरिहार्य शब्दों से आयोजन के मुख्य विषय पर संबोधन देते हुए किया। तत्पश्चात् सिविल इंजीनियरिंग विभाग के सहप्राध्यापक डॉ. ब्रह्मदेव यादव ने मुख्य अतिथि का परिचय देते हुए सभा को संबोधित किया। कार्यक्रम के बढ़ते क्रम में मुख्य अतिथि जितेंद्र तिवारी नें विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा एवं इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट के फायदे बताये। उन्होंने श्रोतागणों को उच्च अध्ययन के दायरों से अवगत कराया, साथ हीं ESE, GATE, CSE जैसी विभिन्न परीक्षाओं की प्रक्रिया और पात्रता से ज्ञात कराया। जितेन्द्र तिवारी ने इन परीक्षाओं के टॉपर्स का परिचय देते हुए विद्यार्थियों को आने वाले परीक्षाओं में उपस्थित होंने के लिये भी प्रेरित किया।इस आयोजन के पहले लेक्चर के समापन पर डॉ. ब्रह्मदेव यादव ने जितेन्द्र तिवारी को धन्यवाद ज्ञापन दिया। आयोजन को आगे बढ़ाते हुए विभागाध्यक्ष डॉ .जीतू कुजूर नें डॉ. राजेश कुमार का स्वागत किया। डॉ. राजेश कुमार नें श्रोतागणों को असैनिक अभियंत्रण के क्षेत्रों में आजीविका के अवसर की जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों को शोध क्षेत्र के अनेक अवसरों से ज्ञात कराया। डॉ. राजेश कुमार नें 50 से अधिक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय तकनीकी जर्नल का मार्गदर्शन किया हैं। उन्होंने अपने मूल्यवान शब्दों से विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाया।    

इस आयोजन के समापन पर विभागाध्यक्ष डॉ. जीतू कुजूर ने बी०आई०टी० सिंदरी के निदेशक, अतिथियों, शिक्षकों और विद्यार्थियों को धन्यवाद देते हुए सभा की समाप्ति की घोषणा की। कार्यक्रम में सिविल इंजीनियरिंग विभाग के सभी स्नातक एवं स्नातकोत्तर के विद्यार्थी उपस्थित रहें। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. विक्रमा पाण्डेय, डॉ. उदय कुमार सिंह, प्रो० प्रफुल्ल कुमार शर्मा, डॉ. माया राजनारायण रे, डॉ. सुमित कुमार, डॉ. कोमल कुमारी, डॉ. अभिजीत आनंद, प्रो० निपेन कुमार दास, प्रो० प्रकाश कुमार उरॉव, प्रो० इक़बाल शेख, प्रो० सरोज मीणा एवं प्रो० प्रशान्त रंजन मालवीय का योगदान रहा।

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