
विवि में कार्य बाधित होने पर हड़ताली कर्मियों को नोटिस
गुरुवार, 3 मई 2018
शिक्षण संस्थानों में हड़ताल से कार्य बाधित होने के मामले में हाई कोर्ट द्वारा संज्ञान लिये जाने के बाद विवि के हड़ताली कर्मियों को नोटिस भेजने की कवायद शुरू हो गई है। गत दिनों सूबे के तमाम विवि के कुलपतियों को इस संबध में आदेश जारी हुआ था। अब विवि प्रशासन आदेश के पालन में जुट गया है। आदेश के मुताबिक कोई भी संगठन लोकतांत्रिक ढंग से धरना-प्रदर्शन कर सकता है पर हड़ताल व धरना से कोई कार्य बाधित नहीं होना चाहिए। जबकि हकीकत यह है कि विवि में हड़ताल से कालेजों का कार्य ठप पड़ा है। वहीं एच डी जैन कॉलेज सहित कई महाविद्यालयों में प्राचार्य कक्ष में ही कर्मियों ने हड़ताल कर धरना देने का काम किया था। इधर, विवि ने हाईकोर्ट के आदेश को देखते हुए इस संबध में आदेश जारी करने की कवायद शुरू कर दी है। गुरुवार को विवि खुलने के बाद इसे ले नोटिस जारी कर दिया जायेगा। कुलपति प्रो. सैयद मुमताजुद्दीन ने बताया कि अगर विवि प्रशासन नोटिस नहीं जारी करता है तो हाईकोर्ट के आदेश का अवमानना होगा। इसलिए ऐसा निर्णय लिया गया है।
पूर्ण वेतन भुगतान की मांग पर अड़े कर्मी
वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में तीन सप्ताह से अधिक समय से जारी शिक्षकेतर कर्मियों की हड़ताल समाप्त होने का नाम नहीं ले रही। चार माह का वेतन भुगतान होने के बाद भी कर्मी पूर्ण वेतन भुगतान की मांग को ले अड़े हुए हंै। हड़ताल से पठन-पाठन तक बाधित हो चुका है। न तो पढ़ाई हो रही और न ही कोई अन्य शैक्षणिक कार्य हो पा रहा। इधर, इसी तरह हड़ताल जारी रही तो एक बार फिर विवि का एकेडमिक कैलेंडर प्रभावित हो जायेगा। इसका कारण यह है कि अब तक पीजी सेमेस्टर थर्ड का परीक्षा फॉर्म भरने का कार्य पूरा नहीं हो सका है। जब फॉर्म भरने का कार्य शुरू हुआ था तो हड़ताल चालू हो गयी। फॉर्म भरने का कार्य पूरा नहीं होने का नतीजा है कि परीक्षा की तिथि घोषित नहीं हो पा रही। कर्मचारी महासंघ के नेता व सीनेट सदस्य चितरंजन प्रसाद सिंह ने कहा कि पूर्ण व नियमित वेतन भुगतान, वेतन विसंगति का निदान, एसीपी\\एमएसीपी लागू होने के बाद का बाधित बकाया भुगतान की मांग पूरी तक हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि गत दिन रोहतास में हुई कर्मियों की बैठक में मांग पूरी होने के बाद हड़ताल समाप्त करने का निर्णय लिया गया है। विदित हो कि नौ अप्रैल से ही कर्मियों का हड़ताल शुरू है।