
पुलिस के संरक्षण मे आदिवासियो को किया जा रहा है प्रताडित
पुलिस के संरक्षण मे आदिवासियो को किया जा रहा है प्रताडित
पाकुड से सुदीप कुमार त्रिवेदी
नृजातीयता के आधार पर व आदिवासियो के भले के नाम बनने वाले इस झारखंड राज्य मे आदिवासी ही भूमाफिया के हाथो किस तरह प्रताडित हो रहा है इसकी जीती जागती नजीर है पाकुड नगर परिषद क्षेत्र के धनुषपूजा की प्रमीला हेम्ब्रम, जिसके धनुषपूजा मौजा के जमाबंदी संख्या 23 के अंतर्गत साढे चौदह बीघा जमीन पर लगे धान के फसल को जबरन काट कर ले जाया जाता है एवं इसकी शिकायत करने पर पुलिस मौन रहती है । धनुषपूजा निवासी प्रमीला हेम्ब्रम, पिता स्व माताल टुडू की जमीन पर लगे धान की फसल को दिनांक 25/11/2019 को जबरन काट लिया गया जिसकी लिखित सूचना प्रमीला ने नगर थाने को दी लेकिन उसे बैरंग वापस करा दिया गया । प्रमीला ने अगले दिन दिनांक 26/11/2019 को इस घटना को लेकर आनलाइन शिकायत दर्ज करवाती है जिसका कम्प्लेन संo 144503 है । अपने इस पत्र मे प्रमीला ने धनुषपूजा के बबलु बास्की, महेश बास्की, चुडकी हेम्ब्रम एवं बडी अलिगंज के फारूक मियाँ पर हथियार से लैस होकर फसल काटने का आरोप लगाया है । हालाँकि प्रमीला ने दिनांक 16/11/2019 को अंचलाधिकारी पाकुड को पत्र लिखकर इस तरह की घटना होने के प्रति पूर्व जानकारी दी थी । मुख्यमंत्री झारखंड, पुलिस अधिक्षक, पाकुड, पुलिस उपमहानिरीक्षक, दुमका व आदिवासी आयोग के नाम प्रेषित पत्र मे प्रमीला ने नगर थाना प्रभारी पर प्रतिपक्ष का पक्ष लेने, अभद्र व्यवहार करने व जातिसूचक शब्द कहकर अपमानित करने का आरोप लगाया है । प्रमीला ने अपने साथ हुई इस घटना की सूचना मुख्यमंत्री जनसंवाद मे भी किया है जिसकी शिकायत संख्या OL/Pak 19-208 है । इस बाबत नगर थाना प्रभारी से संपर्क किया गया तो उन्होने टाल मटोल सा जबाब दिया ।
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